Ujjain : मंगलनाथ भगवान को जल चढ़ाने के लिए कटती है 100 रू. की रसीद, कहां से लाए गरीब

Ujjain, 9 मई (हि.स.)।मंगलनाथ पर सब कुछ मंगल नहीं चल रहा है। यहां गर्भगृह में प्रवेश करना है तो 100 रूपए की रसीद कटवाओ। उसके बाद ही शिवलिंग को जल चढ़ाया जा सकता है। गरीब श्रद्धालुओं के लिए यहां भी भगवान दूर होते जा रहे हैं। यह सब कुछ किया धरा है मंदिर प्रबंध समिति का,जो केवल आय बढ़ाने पर ध्यान दे रही है।
Ujjain हिंदुस्थान समाचार ने जब मौके पर जाकर पड़ताल की और करीब दो घण्टे तक नजारा देखा तो चौंकानेवाले तथ्य सामने आए।Ujjain 100 रूपए की दान की रसीद के बदले 1 से 5 लोग तक जल चढ़ाने प्रवेश कर गए। मौके पर मौजूद कर्मचारियों से पूछा गया तो उनका कहना था कि पण्डे,पुजारी स्वयं भक्तों की 100 रू. की रसीद कटवाते हैं और एक से अधिक को लेकर प्रवेश कर जाते हैं।
उन्हें कोई नहीं रोकता है प्रवेश करने से। यही कारण है कि आम श्रद्धालु जो कि 100 रूपए देने में सक्षम नहीं है,गर्भगृह में न तो प्रवेश कर पाता है और न ही उसकी कोई सुनता है। महाकाल मंदिर से अधिक मनमानी यहां चल रही है,यह आरोप भी श्रद्धालुओं की ओर से लगे। उनका कहना था कि यहां हर चीज का पूरा व्यवसायीकरण कर दिया गया है।
Ujjain इनका कहना है
Ujjain मंदिर प्रशासक के के पाठक के अनुसार यह वाकया तब हुआ,जब वे अपने पारिवारिक कार्य के चलते देरी से मंदिर आए थे। नियम तो यही है कि 100 रू. की रसीद कटवाकर गर्भगृह में प्रवेश कर सकते हैं। लेकिन अनेक बार कोई आकर कहता है कि वह गरीब है और 100 रू. नहीं दे सकता है तो वे स्वयं उसे जल चढ़वाने ले जाते हैं। मंदिर समिति इतनी सख्त नहीं है।
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उन्होंने स्वीकारा कि 100 रू. की रसीद पर पांच-पांच लोगों को ले जाया जाता है गर्भगृह में,जोकि गलत है। चेताया कि आगे से वे कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि शुल्क हटाने के संबंध में कलेक्टर और प्रबंध समिति ही तय कर सकती है। जो व्यवस्था है,उन्हें उसी अनुसार काम करना है।