Singrauli News Today: 25 मई। सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग-39 के कार्य को पूर्ण करने के लिए डेढ़ साल के दौरान करीब 4 बार डेडलाइन तय की गयी और यह डेडलाइन एमपीआरडीसी के अधिकारी कर रहे हैं। फिर भी सड़क के कार्य में अब तक बेहतर परिणाम न आने के कारण लगातार सीधी-सिंगरौली निर्माणाधीन सड़क मार्ग सत्ता पक्ष के लिए गले का फास बन गयी है।
Singrauli News: वहीं एक दशक के बाद भी एनएच-39 सड़क का कार्य निर्माणाधीन होने पर विपक्षी दल एवं जिलेवासी भी सत्ता दल के नेताओं को घेरकर सवाल उठाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उधर उन्नयन सड़क की डेडलाइन भी अप्रैल महीने में समाप्त हो गयी। तिरूपति बिल्डकॉन कंपनी के संविदाकार ने कार्य की अवधि बढ़ाने के लिए एसपीआरडीसी के यहां आवेदन दिया है।

गौरतलब हो कि सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग 39 फोरलेन के आधारशीला वर्ष 2013 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा देवसर ब्लाक मुख्यालय में रखी गयी थी। उस दौरान तय किया गया था कि पांच साल के अंदर सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य पूर्ण हो जायेगा। किन्तु सड़क के निर्माण कार्य में ऐसा ग्रहण लगा की 10 साल बाद भी सड़क का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है और अभी भी सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण होने की दूर-दूर तक उम्मीद भी नहीं दिख रही है।
हालांकि एनएच-39 निर्माणाधीन सड़क को लेकर सांसद रीती पाठक ने हर संभव प्रयास भी कर रही हैं और उन्हीं के प्रयास की बदौलत दूसरी दफा सड़क कार्य के लिए राशि भी केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय भारत सरकार से मंजूरी मिली। इसके पहले करीब डेढ़ साल तक एनएच-39 का काम ठप रहा है। आरोप है कि एमपीआरडीसी के जिम्मेदार अधिकारी, मौजूदा संविदाकार पर दबाव नहीं बना पा रहे हैं। लिहाजा सड़क के कार्य की प्रगति कछुए की गति से ठेकेदार के द्वारा किया जा रहा है।

सबसे बड़ी चुनौती बरगवां एवं देवसर के मध्य स्थित सजहर जंगल का है। जहां घाट कटिंग कर पूरी तरह से आवागमन बहाल करने के लिए चार बार डेडलाइन दी गयी। इसके बावजूद क्रियान्वयन एजेंसी तिरूपति बिल्डकॉन कंपनी एवं संविदाकार अपने डेडलाइन पर खरा नहीं उतरा है। फिलहाल एक दशक से निर्माणाधीन एनएच-39 सीधी-सिंगरौली का कार्य कब पूर्ण होगा इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
जहां एमपीआरडीसी के जिम्मेदार अधिकारी मीडिया कर्मियों के सवालों का जबाव देने से कन्नी काट रहे हैं। वहीं विपक्षी दल लगातार भाजपा के केन्द्र एवं प्रदेश सरकार को घेरते हुए कई बार सवाल उठा रहे हैं।
कमलनाथ ने भी उठाये थे सवाल
16 मई को कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पूर्व मुख्यमंत्री का देवसर में आगमन हुआ था। जहां उन्होंने आमसभा के माध्यम से निर्माणाधीन सीधी-सिंगरौली एनएच-39 को लेकर प्रदेश एवं केन्द्र सरकार पर जमकर हमला किये थे और उन्होंने कहा था कि जिस सरकार के कार्यकाल में करीब 85 किमी दूरी सड़क का कार्य नहीं हो पाया ऐसी सरकार से जनता क्या उम्मीद करेगी। कमलनाथ के इस जुबानी प्रहार पर भाजपाईयों की आवाज नहीं निकली।

सजहर जंगल को बनाने में लगा दिया 8 महीने का वक्त
देवसर-बरगवां के मध्य स्थित सजहर जंगल की सड़क करीब 8 महीने पहले अचानक धसक गयी थी। किसी प्रकार का हादसा न हो तत्कालीन कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने उक्त मार्ग के आवागमन पर रोक लगा दिया था। तब से हैवी वाहनों का आना जाना कागज में बंद है। हालांकि गुप चुप तरीके से बड़े वाहनों का आवाजाही जारी है।
सजहर जंगल के घाट कटिंग को ठीक करने के लिए दो महीने का वक्त दिया गया था और 4 बार अलग-अलग डेडलाइन भी एमपीआरडीसी ने तय किया। इसके बावजूद सड़क का कार्य अभी भी अधूरा है। सजहर जंगल की सड़क व गोपद पुल का कार्य अभी कितने दिनों में पूर्ण होगा अब कोई डेडलाइन तय नहीं कर रहा है। क्योंकि इससे सरकार एवं विभाग की भी जमकर किरकिरी हो रही है।

331.16 करोड़ की है उन्नयन सड़क
सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग 39 फोरलेन के लिए पहली बार तकरीबन 11 सौ करोड़ रूपये की मंजूरी मिली थी। किन्तु गैमन इण्डिया कंपनी ने आधा अधूरा कार्य छोड़ दिया था जहां भारत सरकार के द्वारा ब्लैक लिस्टेड कर दिया था।
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सांसद रीती पाठक के अथक प्रयास से निर्माणाधीन एनएच-39 के लिए दूसरी बार 331.16 करोड़ रूपये की मंजूरी केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा दी गयी थी। जिसकी आधारशीला 8 अक्टूबर 2021 को रखी गयी थी और अपै्रल 2023 तक में कार्य को पूर्ण कराने के लिए तिरूपति बिल्डकॉन कंपनी को एमपीआरडीसी ने समयसीमा तय किया था।
Article By Sunil