Singrauli News Today: 23 मई। सीमांकन कार्य में लापरवाही बरतने वाले पटवारियों को लगातार उपखण्ड स्तर के अधिकारी कार्रवाई कर रहे हैं। आज फिर चार पटवारियों को प्रभारी देवसर एसडीएम ने निलंबित कर दिया है। इस निलंबन के विरूद्ध जिले के पटवारी कल मंगलवार से कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। वहीं प्रदेश स्तर पर 25 मई के बाद से तीन दिवसीय पटवारी हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है।
Singrauli News: गौरतलब हो कि पटवारी संघ नेे 2800 ग्रेड पे दिये जाने सहित अन्य मांगों के साथ-साथ राजस्व निरीक्षकों के बराबर वेतन दिये जाने की मांग को लेकर सीमांकन कार्य करने से इंकार कर दिया है। करीब 20 दिनों से पटवारी सीमांकन कार्य का बहिष्कार किये हुए हैं। यह बहिष्कार पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर पूरे प्रदेश में चल रहा है।

इधर सिंगरौली जिले में सीमांकन कार्य की समीक्षा के दौरान लापरवाही पाये जाने पर देवसर, माड़ा एवं सिंगरौली के एसडीएम ने अब तक 15 पटवारियों को निलंबित कर चुके हैं। पटवारियों के निलंबन के विरोध में उपखण्ड अधिकारियों के द्वारा बनाये गये वाट्सअप ग्रु्रप से लेफ्ट होना शुरू कर दिया है।

वहीं इस संबंध में पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष प्रभाकर सिंह चौहान ने बताया है कि पटवारियों के निलंबन गलत तरीके से किया गया है। यह आंदोलन प्रदेश स्तर से चल रहा है अकेले सिंगरौली जिले में नहीं है। उपखण्ड अधिकारियों की रवैया ठीक नहीं है। इसके विरोध में कल मंगलवार से जिले के पटवारी कार्य का बहिष्कार करेंगे।
24 मई को प्रांत स्तर पर मुख्यमंत्री एवं राजस्व मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा। जिसमें सिंगरौली जिले के निलंबित पटवारियों को बहाल किये जाने के लिए 24 घण्टे का वक्त दिया जायेगा। यदि इस दौरान पटवारियों की बहाली नहीं हुई तो प्रदेश भर के पटवारी तीन दिनों तक हड़ताल पर रहेंगे।

आज फिर चार पटवारी निलंबित
जानकारी के मुताबिक प्रभारी एसडीएम देवसर माईकल तिर्की ने आज फिर से चार पटवारियों को निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि उपखण्ड अधिकारी ने आज सोमवार को जोगिनी पटवारी रामसलोने सोनी, झखरावल पटवारी समयलाल सिंह, डगा पटवारी अनिल सिंह एवं देवगवां हल्का पटवारी सुश्री प्रज्ञा वेद मिश्रा को निलंबित कर दिया है।
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निलंबन का कारण छ: माह से अधिक समय के लंबित सीमांकन प्रकरणों की संख्या अत्यधिक होने एवं तहसीलदार द्वारा कई बार दिये गये निर्देशों की अवहेलना किये जाने का आरोप लगाया है। वहीं पटवारी संघ ने आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन का यह रवैया तानाशाही पूर्ण है। डराने, धमकाने और निलंबन की इस कार्रवाई से पटवारी सीमांकन कार्य का बहिष्कार स्थगित करने वाले नहीं हैं।
Article By Sunil