सतना। सतना जिले के मुकुंदपुर स्थित महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी (Maharaja Martand Singh Judeo White Tiger Safari) में सफेद बाघिन विंध्या की मौत हो गई है। 16 साल की बाघिन विंध्या ने मंगलवार की भोर साढ़े तीन बजे अंतिम सांस ली है। निधन की खबर से रीवा, सतना और भोपाल तक शोक की लहर दौड़ गई है। सफारी प्रबंधन की मानें तो सितंबर 2022 में भी विंध्या की तबियत बिगड़ी थी। तब उसने खाना पीना छोड़ दिया था।
तब मुकुंदपुर टाइगर सफारी के चिकित्सकों के इलाज करने से ठीक हो गई थी, लेकिन इस बार जब से बीमार पड़ी है। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं बचाया जा सका। मंगलवार की दोपहर राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल, सतना सांसद गणेश सिंह, पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल चिड़िया घर पहुंचे। इसके बाद सभी नेताओं ने विंध्या को श्रद्धांजलि देकर अंतिम विदाई दी है।
टाइगर सफारी में रानी की उपाधि दी गई थी
सफेद बाघिन विंध्या को 9 वर्ष की उम्र में सितंबर 2016 में भोपाल के वन विहार से मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी लाया गया था। विंध्या टाइगर सफारी की पहली सफेद बाघिन थी। जिसको पर्यटक सहित टाइगर सफारी का पूरा अमला बहुत पसंद करता था। क्योंकि विंध्या को मुकुन्दपुर टाइगर सफारी में रानी की उपाधि दी गई थी। उसे 8 वर्ष पूर्व चिड़िया घर में लाया गया था।
पर्यटक दूर-दूर से आया करते थे मुकुंदपुर
तब से यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र रही है। विंध्या को देखने पर्यटक दूर-दूर से मुकुंदपुर आया करते थे। निधन की खबर मिलते ही स्थानीय वन अमला हरकत में आ गया है। इसके बाद निधन की खबर आला अफसरों को दी गई थी। ऐसे में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में विंध्या का विधिवत अंतिम संस्कार चिड़िया घर में कराया गया है। 8 साल पूर्व मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी की शुरुआत में भोपाल के वन विहार से विंध्या को लाया गया था। रघु और विंध्या की जोड़ी यहां की पहचान रही है।