Mayawati News: लोकसभा चुनाव से पहले देश की सभी राजनीतिक पार्टियां पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर फोकस करते हुए अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए रैलियां कर रही हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनावी रैलियों के बाद बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू कर दिया है. बसपा प्रमुख मायावती पहले भी कांग्रेस पर हमला बोलती नजर आ चुकी हैं.
दरअसल, मायावती ने विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी पर फर्जी और गलत वीडियो के जरिए प्रचार करने का आरोप लगाते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. मायावती ने कांग्रेस पर फर्जी वीडियो और गलत प्रचार करने का आरोप लगाया.

1. एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि में मतदान पूर्व ’चाहे भाजपा जीत जाए किन्तु कांग्रेस को नहीं जीतना चाहिए’ जैसा विशुद्ध गलत व फर्जी वीडियो का कांग्रेस द्वारा प्रचारित करना दुर्भाग्यपूर्ण व उनकी हताशा का प्रतीक। यह षडयंत्र बीएसपी की मजबूत स्थिति को देखते हुए है। लोग सावधान रहें।
— Mayawati (@Mayawati) November 16, 2023
मायावती के कांग्रेस पर गंभीर आरोप
बीएसपी प्रमुख मायावती ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा, ‘भले ही एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि में चुनाव से पहले बीजेपी जीत जाए, लेकिन कांग्रेस को नहीं जीतना चाहिए।’ कांग्रेस द्वारा पूर्णतया गलत एवं फर्जी वीडियो का प्रसार दुर्भाग्यपूर्ण एवं उनकी हताशा का प्रतीक है। बसपा की मजबूत स्थिति को देखते हुए साजिश हो रही है। लोगों को सावधान रहना चाहिए।”
“कांग्रेस की बौखलाहट से स्पष्ट है”
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ”इन राज्यों में कांग्रेस का घोर दुष्प्रचार जारी है, जबकि बीएसपी चुनावी सभाओं में लोगों से वोट करने और विपक्षी दलों के साम, दाम, दंड, भेद आदि हथकंडों से सावधान रहने की अपील करती है.” पार्टी ने अपने पोस्ट में कहा, ”कड़े रुख को देखते हुए कांग्रेस की घबराहट साफ झलक रही है.”
2. कांग्रेस का इन राज्यों में अति-मिथ्या प्रचार जारी है, जबकि बीएसपी द्वारा चुनावी सभाओं में लोगों से वोट देने तथा विरोधी पार्टियों के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि हथकण्डों से सावधान रहने की अपील की गयी, जो पार्टी की मजबूत स्थिति को देखते हुए कांग्रेस की बौखलाहट से स्पष्ट है।
— Mayawati (@Mayawati) November 16, 2023
मायावती ने अपनी अगली पोस्ट में लिखा, ”अब जब चुनाव नजदीक आ गए हैं तो यह बेहद अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी दल, खासकर कांग्रेस, बीजेपी के खिलाफ कड़ा संघर्ष करने के बजाय, बीएसपी के खिलाफ अपनी पुरानी शरारतें और साजिशें जारी रखे हुए हैं.” इसलिए लोगों को सावधान रहना चाहिए. और चुनाव आयोग को भी इस मामले पर उचित तरीके से विचार करना चाहिए.”