आज धरती से टकराएगा सौर तूफान, दुनिया में हो सकता है ब्लैकआउट

दुनिया में कोई बड़ी आपदा आ सकती है। क्योंकि सूर्य के वायुमंडल में एक छेद से भी तेज चलने वाली सौर हवा आज (3 अगस्त) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकती है।

ब्लैक आउट होने का खतरा
दुनिया में एक भू-चुंबकीय तूफान रेडियो संकेतों को बाधित कर सकता है, जिससे रेडियो ऑपरेटरों को हस्तक्षेप हो सकता है। इसके अलावा, जीपीएस उपयोगकर्ताओं को भी समस्या का अनुभव हो सकता है। दुनिया में कोई बड़ी आपदा आ सकती है। सौर तूफान यह मोबाइल फोन सिग्नल को भी प्रभावित कर सकता है, साथ ही पावर ग्रिड को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे ब्लैकआउट हो सकता है। इस वजह से इस तूफान को लेकर काफी चिंता है।

दुनिया में कोरोनल होल सूर्य के ऊपरी वायुमंडल के ऐसे क्षेत्र होते हैं जहां हमारे तारे की विद्युतीकृत गैस (या प्लाज्मा) ठंडी और कम सघन होती है। दुनिया में कोई बड़ी आपदा आ सकती है। ऐसे छेद भी हैं जहां सूर्य की चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं अपने भीतर लूप करने के बजाय अंतरिक्ष में बीमित होती हैं। सैन फ्रांसिस्को में एक विज्ञान संग्रहालय, एक्सप्लोरेटोरियम के अनुसार, यह सौर सामग्री को 1.8 मिलियन मील प्रति घंटे (2.9 मिलियन किलोमीटर प्रति घंटे) की धार में बढ़ने में सक्षम बनाता है।

इसे भी पढ़े-समुद्र में दो खंभो पर बसा है यह अनोखा देश! रहते हैं सिर्फ 27 लोग, ऐसे करते हैं जीवन यापन
सूर्य से पृथ्वी तक 15 से 18 घंटे
स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर के अनुसार, सूर्य से मलबा, या कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई), आमतौर पर पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 15 से 18 घंटे लगते हैं। यह तूफान तब आता है जब सूर्य अपने लगभग 11 साल लंबे सौर चक्र के सबसे सक्रिय चरण में प्रवेश करता है।